मानव इतिहास में सदियों से चांद के साथ गहरा रिश्ते रहा है। भारतीय संस्कृति में चांद को चंदा मामा कहा जाता है और करवा चौथ के दिन शादीशुदा स्त्रियाँ चांद को देखकर खुद पति की लंबी आयु की प्रार्थना करती हैं। हमारे पुराणों में तो चांद को देवता का दर्जा प्राप्त है.
इसके बावजूद हम चांद से जुड़ी कई बातें अब तक नहीं जानते हैं इसीलिए हम इस पोस्ट में आपको चांद से जुड़े हैं कुछ रोचक या मजेदार तथ्य बताने वाले हैं
- चाँद पर पानी की खोज: हाल ही में, वैज्ञानिकों ने चाँद पर पानी की खोज की है। यह खोज चाँद के दक्षिणी ध्रुव के पास बर्फ के रूप में पानी की उपस्थिति का सुझाव देती है।
- चाँद पर पहाड़: चाँद पर कई पहाड़ हैं, जिनमें सबसे ऊँचा माउंट एम्पायर है, जिसकी ऊँचाई 25,158 फीट (7,648 मीटर) है।
- चाँद पर क्रेटर: चाँद पर लाखों क्रेटर हैं, जो प्राचीन उल्कापिंडों के प्रभाव से बने हैं।
- चाँद पर दिन और रात: चाँद पर एक दिन 29.5 पृथ्वी के दिनों के बराबर होता है। चाँद पर एक रात भी 29.5 पृथ्वी के दिनों के बराबर होती है।
- चाँद पर गुरुत्वाकर्षण: चाँद पर पृथ्वी की तुलना में गुरुत्वाकर्षण का एक-छठा हिस्सा है।
- चाँद पर चंद्रमा मिशन: कई देशों ने चाँद पर मिशन भेजे हैं। इनमें से कुछ सबसे प्रसिद्ध मिशनों में अपोलो मिशन, चंद्रयान-1, चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 शामिल हैं
- चंद्रयान 3 ने हाल ही में चाँद के बारे में कुछ रोचक जानकारी दी है। इस मिशन ने चाँद के दक्षिणी ध्रुव के पास पानी की उपस्थिति की पुष्टि की है।
- चंद्रयान 3 की ये खोजें चाँद पर भविष्य के मिशनों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती हैं। इस जानकारी का उपयोग करके, वैज्ञानिक चाँद पर पानी का पता लगाने और उसका उपयोग करने के तरीकों का पता लगा सकते हैं। इसके अलावा, इस जानकारी का उपयोग करके, वैज्ञानिक चाँद के सतह के नीचे की गुफाओं का अध्ययन कर सकते हैं और यह पता लगा सकते हैं कि वे किस प्रकार की सामग्री से बनी हैं और वे किस प्रकार के वातावरण को समायोजित कर सकती हैं।
- चंद्रयान 3 की ये खोजें चाँद के बारे में हमारी समझ को और बढ़ाती हैं और भविष्य में चाँद पर मानव मिशनों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती हैं।
- ऐसा कहा जाता है कि अभी से 4.53 अरब साल पहले धरती या थिया नमक ग्रह के बीच टक्कर होने से जो मलबा निकला था उसके अवशेष से चांद का रचना हुआ.
- हम सब बचपन से सुनते आ रहे हैं कि चांद गोल है परंतु आपको जानकर हैरानी होगी कि चांद का वास्तु को आकार अंडे जैसा है.
- चांद पर किसी भी वातावरण नहीं है इसी कारण वहां किसी भी आवाज सुनाई नहीं देती है.
- चांद का क्षेत्रफल तक़रीबन अफ्रीका के क्षेत्रफल के बराबर है यानी कि 370 लाख km².
- वैज्ञानिकों के मुताबिक चांद पर दिन के वक़्त अधिकतम तापमान 180 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है जबकि रात के वक़्त तापमान -150 डिग्री सेल्सियस से भी कम हो जाता है.
- चांद धरती की 2300 मील/घंटे की रफ्तार से परिक्रमा करता है या ये धरती का एक चक्कर 27.3 दिन में पूरे कर लेता है.
- चांद का किसी भी प्रकाश नहीं है या ये सूरज के ही प्रकाश से रोशन होता है या इस के प्रकाश को धरती तक आने में 1.35 सेकंड का वक़्त लगता है.
- अगर धरती से चांद का अस्तित्व खत्म हो जाए तो धरती पर एक दिन केवल 6 घंटे का होगा.
- चांद का आकार इतना थोड़ा है कि धरती में चांद जितने 49 उपग्रह धरती में समा सकते हैं.
- सौरमंडल में इस वक़्त 64 उपग्रह हैं जिसमें से चांद का स्थान 5वां है यानी कि चार उपग्रह ऐसे भी हैं जिनका आकार चांद से भी बड़ा है.
- चांद का वजन तक़रीबन 81 अरब टन है.
- धरती से चांद की दूरी 3,84,400 किलोमीटर है.
- यदि बात की जाए गुरुत्वाकर्षण बल की तो चांद पर गुरुत्वाकर्षण बल धरती की तुलना में बहुत कम है.
- सूरज उदय या सूर्यास्त के वक़्त चांद की सतह पर धूल के बादलों (Dust Cloud) को देखा गया है या इसके पीछे कारण आज तक पता नहीं किया जा सका है.
- पूर्ण चांद अर्ध चांद से तक़रीबन 9 गुना ज्यादा चमकीला होता है.
- जिस तरह धरती पर भूकंप को Earthquake कहा जाता है उसी तरह चांद पर भूकंप आने को Moonquake कहा जाता है.
- पहली बार चांद पर कदम नील आर्मस्ट्रांग(Neil Armstrong) ने रखा था जोकि NASA के Apollo 11 मिशन के बीच में चांद पर गए थे.
- नील आर्मस्ट्रांग ने चंद्रमा पर जब अपना पहला कदम रखा था उनके पैरों के निशान चंद्रमा की सतह पर अभी भी मौजूद है या अगले कुछ लाख वर्षों तक ऐसे ही बने रहेंगे क्योंकि चंद्रमा पर हवा नहीं है.
- आखरी बार चांद पर जाने वाले इंसान का नाम जीन सर्नन(Gene Cerner) है जोकि 1972 में NASA के Apollo 17 मिशन के बीच में चांद पर गए थे.