November 23, 2024

दोस्तों, इस दुनिया में आई हर चीज का एक एंड जरूर है. लेकिन जेली फिश के साथ ऐसा नहीं है.

जेली फिश एक ऐसी लिविंग क्रिएचर है जो कभी मरती नहीं. इसका ये मतलब भी नहीं है कि इसे अपनी पूरी ज़िन्दगी बुढ़ापे में बितानी पड़ती है. दोस्तों जेलीफिश के पास कभी बूढ़े ना होने की स्किल भी है. 

अब आपके दिमाग में ये हैरानी तो हो ही रही होगी कि आखिर ये कैसे? जेली फिश एक खास तरह का प्रोसेस फॉलो करती है जिस दौरान वो एडल्ट एज में पहुंचने के बाद खुद को डेस्ट्रॉय कर लेती है और उसके बाद इमेच्योर एज से अपनी लाइफ स्टार्ट करती है. 

एक जेलीफ़िश से कई सारी जेलीफ़िश प्रोड्यूस होती हैं. नेचर का ये करिश्मा हैरान करने वाला है. 

जेलीफिश एक अद्भुत जीव है जिसके बारे में कई रोचक और अद्वितीय गुण हैं:

1. अमरता:

  • जेलीफिश की एक खास प्रजाति, जिसे टुरिटोप्सिस डोर्ह्नी (Turritopsis dohrnii) कहा जाता है, को अमर माना जाता है। यह जेलीफिश उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को उल्टा कर सकती है और एक युवा अवस्था में वापस लौट सकती है, जिससे यह बार-बार पुनर्जीवित होती रहती है और इसे कभी न मरने वाला जीव बनाती है।

2. सरल शरीर संरचना:

  • जेलीफिश का शरीर बहुत ही सरल और लचीला होता है। यह एक पारदर्शी छत्र जैसी संरचना और उसके नीचे लटके हुए तंतु (tentacles) से मिलकर बना होता है। इनके शरीर में हड्डियां, मस्तिष्क, या दिल नहीं होते हैं।

3. जलन पैदा करने वाली तंतु:

  • जेलीफिश के तंतु (tentacles) में नेमाटोसिस्ट्स (nematocysts) होते हैं, जो जहरीले होते हैं और इनका उपयोग शिकार पकड़ने और शिकारियों से बचने के लिए किया जाता है। जब कोई शिकार इन तंतुओं के संपर्क में आता है, तो ये तंतु उसे डंक मारकर उसे पंगु बना देते हैं।

4. पानी में तैरने की क्षमता:

  • जेलीफिश पानी में आसानी से तैर सकती है। यह अपने छत्र को संकुचित और विस्तार करके आगे बढ़ती है। हालांकि, यह मजबूत तैराक नहीं है और अक्सर समुद्री धाराओं पर निर्भर करती है।

5. जैविक संरचना:

  • जेलीफिश के शरीर का अधिकांश हिस्सा पानी से बना होता है, लगभग 95%। इसका मतलब है कि यह बहुत हल्की होती है और आसानी से तैर सकती है।

6. प्रजनन:

  • जेलीफिश अलैंगिक और लैंगिक दोनों प्रकार से प्रजनन कर सकती है। अलैंगिक प्रजनन में, यह बडिंग प्रक्रिया के माध्यम से नए जेलीफिश बना सकती है। लैंगिक प्रजनन में, नर और मादा जेलीफिश युग्मक (gametes) उत्पन्न करते हैं, जिससे नए जेलीफिश का जन्म होता है।

7. प्राचीन इतिहास:

  • जेलीफिश का अस्तित्व धरती पर लगभग 500 मिलियन साल से अधिक समय से है, जिससे यह सबसे पुराने जीवों में से एक मानी जाती है।

जेलीफिश न केवल अपनी अमरता के कारण, बल्कि अपनी अनूठी शारीरिक और जैविक विशेषताओं के कारण भी वैज्ञानिकों और आम लोगों के लिए बेहद आकर्षक जीव है।

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